काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं । अर्थ- हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब https://shivchalisa62108.blogprodesign.com/51753006/shiv-chalisa-lyrics-in-english-with-meaning-things-to-know-before-you-buy